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जिम्बाब्वे ने 23 साल बाद तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड, टेस्ट क्रिकेट में रच डाला इतिहास

वैसे तो जिम्बाब्वे की टीम को कमजोर माना जाता है लेकिन अगर यही टीम अपने घर और अपनी फुल स्ट्रेंथ से खेले तो इसे रोक पाना बहुत मुश्किल होता है. कुछ ऐसा ही बुलावायो टेस्ट में देखने को मिला जहां जिम्बाब्वे ने अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 586 रन बना डाले. जिम्बाब्वे का ये स्कोर उसके टेस्ट इतिहास का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. बड़ी बात ये है कि जिम्बाब्वे के इस विशाल स्कोर में तीन बल्लेबाजों ने सेंचुरी लगाई.

शॉन विलियम्स ने सबसे ज्यादा 154 रन बनाए, वहीं कप्तान क्रेग एर्विन ने भी 104 रनों की शतकीय पारी खेली. 21 साल के युवा बल्लेबाज ब्रायन बैनेट ने भी कमाल की पारी खेली. इस खिलाड़ी ने ताबड़तोड़ 124 गेंदों में नाबाद 110 रन बनाए. ब्रायन के बल्ले से 4 छक्के और 5 चौके निकले औ उन्होंने एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम किया.

ब्रायन बैनेट ने बनाया ये रिकॉर्ड

ब्रायन बैनेट बॉक्सिंग डे टेस्ट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले जिम्बाब्वे के खिलाड़ी बन गए. इस खिलाड़ी ने 21 साल 46 दिन की उम्र में ये कारनामा किया. बॉक्सिंग डे टेस्ट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने का रिकॉर्ड कार्ल हूपर के नाम है. वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ने साल 1987 में भारत के खिलाफ ये रिकॉर्ड बनाया था.

23 साल बाद लगे 3 शतक

जिम्बाब्वे की पारी में तीन बल्लेबाजों ने शतकीय पारी खेली. जिम्बाब्वे के टेस्ट इतिहास में सिर्फ तीसरी बार ऐसा हुआ है. सबसे पहले 1995 में पाकिस्तान के खिलाफ जिम्बाब्वे के बल्लेबाज ग्रांट फ्लावर, एंडी फ्लावर और गाय व्हिटल ने एक ही मैच में शतक लगाया था. इसके बाद साल 2001 में बांग्लादेश के खिलाफ जिम्बाब्वे के बल्लेबाज ट्रेविस ग्रिपर, एंडी फ्लावर और क्रेग विशार्ट ने भी तीन शतक लगाए.अब पूरे 23 साल के बाद जिम्बाब्वे के तीन बल्लेबाजों ने एक ही टेस्ट मैच में तीन बल्लेबाजों ने शतक लगाए हैं.

जिम्बाब्वे का सबसे बड़ा स्कोर

586 रन जिम्बाब्वे का टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर हो गया है. इससे पहले साल 2001 में इस टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 563 रन बनाए थे. जिम्बाब्वे की टीम टेस्ट में पांच ही बार 500 के पार पहुंची है.

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