उत्तर प्रदेशराज्य

दसौली ग्राम पंचायत के माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं के साथ छेड़छाड़

प्रधानाचार्य गयासुद्दीन का अमानवीय कृत्य.

फतेहपुर जनपद के असोथर विकासखंड के दसौली ग्राम पंचायत स्थित माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित छात्राओं ने आरोप लगाया है कि विद्यालय के प्रधानाचार्य गयासुद्दीन ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और उल्टा उन्हें धमकाया।छात्राओं का आरोप है कि माध्यमिक विद्यालय के कुछ छात्र उनके साथ अशिष्ट व्यवहार करते हैं और छेड़छाड़ करते हैं। उन्होंने अपनी शिकायत प्रधानाचार्य से की, लेकिन आरोपी बच्चे प्रधानाचार्य गयासुद्दीन के सजातीय बच्चे होने की वजह से शिकायत करने पहुंची बच्चियों की बात को अनसुनी कर दी और उन्हें धमकाते हुए कहा कि “तुम्हारे आगे- पीछे है ही क्या…? कि ये तुम्हें छेड़ेंगे…!”निराश छात्राएं अपनी पूर्व प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य के पास गईं और उन्होंने संबंधित हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य ने जूनियर हाई स्कूल के छात्रों (हसनैन, जावेद, जैद) और हेडमास्टर गयासुद्दीन के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि माध्यमिक विद्यालय के छात्र प्राथमिक विद्यालय के परिसर में गंदे चित्र बनाते हैं व माध्यमिक विद्यालय कि छात्राओं को परेशान करते छेड़छाड़ हैं।मामले की जांच के लिए ललौली थाने का एक सब-इंस्पेक्टर पहुंचा। जांच के बाद जब सब-इंस्पेक्टर विद्यालय से निकले तो प्रधानाचार्य गयासुद्दीन ने शिकायत करने वाली छात्राओं को डंडे से पीटना शुरू कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।प्रधानाचार्य का अमानवीय कृत्य,प्रधानाचार्य द्वारा छात्राओं के साथ की गई मारपीट की निंदा करते हुए, कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोषी प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और छात्राओं को न्याय मिले।यह मामला शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त गंभीर खामियों को उजागर करता है। छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है। इस घटना ने एक बार फिर शिक्षकों द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।संबंधित अधिकारियों से अपील है कि वे इस मामले की गंभीरता से लें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। साथ ही, स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। घटना के बाद से ही माध्यमिक विद्यालय दसौली में पढ़ने वाले बच्चियों के अभिभावकों का आक्रोश देखने को मिला है।

पीड़ित बच्चिया पहुंची CWS कोर्ट पीड़ित बच्चों ने आरोप लगाया है कि, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य के तहरीर के आधार पर जांच करने पहुंचे ललौली थाने के सब इंस्पेक्टर के सामने माध्यमिक विद्यालय कि बच्चियां अपने साथ हो रहे दुर्व्यवहार एवं छेड़छाड़ की शिकायत करने पर विद्यालय परिसर से सब इंस्पेक्टर के जाने के बाद प्रधानाचार्य गयासुद्दीन उल्टा उन्हीं बच्चियों को कमरे में बंद करके और फिर दौड़ा-दौड़ा पीटा… संबंधित वीडियो का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल है।बच्चियों ने कहा कि यदि माध्यमिक विद्यालय दसौली के प्रधानाचार्य विद्यालय में पढ़ने आएंगे तो उन्हें मजबूरन विद्यालय छोड़ना पड़ेगा। साथ ही माध्यमिक विद्यालय की बच्चियों ने प्रधानाचार्य गयासुद्दीन पर जातिवाद करने गंभीर आरोप लगाया है।अब यहां सवाल यह उठता है कि क्या इसी तरह सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सपना साकार होगा।

मामला इतना गंभीर होने के बावजूद दसौली माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य गयासुद्दीन तीन दिन की तत्कालीन छुट्टिया लेकर छुट्टियों का आनंद ले रहे हैं… बताया जा रहा है कि जिले के संबंधित अधिकारी मामले में पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं… और शिकायत करने वाली बच्चियों एवं अन्य पर दबाव बना रहे हैं… जिससे आरोपी प्रधानाचार्य गयासुद्दीन को बचाया जा सके।तो वही इस मामले में ललौली थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है जांच उपरांत उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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