यूपी बोर्ड रिजल्ट से पहले अभिभावकों के पास क्यों आ रहीं कॉल? सच्चाई जानकर उड़ जाएंगे होश

प्रयागराज: माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की 2025 की परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के अनुसार यूपी बोर्ड अप्रैल के आखिरी हफ्ते में रिजल्ट घोषित भी कर सकता है. लेकिन इस बीच बड़ी खबर यह है कि यूपी बोर्ड में नंबर बढ़वाने के लिए अभिभावकों और छात्र-छात्राओं के पास बड़ी संख्या में फर्जी फोन कॉल्स रहे हैं. यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों को जाल में फंसाने के लिए साइबर अपराधी नए पैंतरे चल रहे हैं. हम इलाहाबाद बोर्ड से बोल रहे हैं. आपके बच्चे का नाम…. है वो दो विषय में फेल है. पास करवाना है? 10 हजार तक खर्च लगेगा, पास हो जाएगा बच्चा, इतना ही नहीं कई साइबर ठग बातचीत में अपनी नौकरी को खतरा भी बता रहे हैं और दलील दे रहे हैं कि वह बच्चे का भविष्य बनाने के लिए यह जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं.
ताजा मामला लखनऊ के एक अभिभावक उपेंद्र कुमार से जुड़ा है. दीपक कुमार नाम के एक शख्स ने उपेंद्र कुमार को बुधवार सुबह ही फोन कर कहा कि उनकी बिटिया ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा दी है. वह 2 विषयों फिजिक्स और केमिस्ट्री फेल हो गई है. फोन करने वाले शख्स ने कहा कि मार्कशीट तैयार हो रही है. ऐसे में जितना नंबर वह बढ़ा देगा उसी आधार पर मार्कशीट तैयार होगी. उसने यह भी कहा कि किसी बड़े अधिकारी के दफ्तर में मौजूद न होने के कारण उसे मौका मिला और वह फोन कर रहा है.
इस तरह देते हैं झांसा
साइबर ठग ने कहा अगर आप बिटिया का भविष्य बेहतर बनाना चाहते हैं और यह बातें किसी से शेयर नहीं करेंगे तो मैं आपकी मदद कर सकता हूं. उस शख्स ने यह भी कहा कि अगर उसने किसी से यह बात शेयर की तो उसकी नौकरी भी जा सकती है. फोन करने वाले शख्स ने कहा कि अगर आप चाहते हैं तो 85 प्रतिशत तक नंबर मैं कर सकता हूं. शख्स ने इस काम के बदले 6 हजार रुपए की मांग की. उसने यह भी भरोसा दिया कि काम करने के बाद वह मार्कशीट की वीडियो बनाकर भेज देगा. साइबर ठग ने 3 हजार काम के पहले मांगे और रिजल्ट का वीडियो देखने के बाद बाकी के 3 हजार देने की बात कही.
10 हजार के बदले बढ़ा देंगे नंबर
अभिभावक उपेंद्र कुमार के यह कहने पर कि वह पेशे से किसान किसान है. पैसे का इंतजाम तत्काल नहीं हो सकता है. साइबर ठग ने ऐसे में पैसे का इंतजाम करने के लिए एक घंटे का समय दिया. साइबर ठग ने कहा कि अगर आपने यह मौका गंवा दिया और रिजल्ट तैयार हो गया तो आप 10 हजार देंगे तब भी इसमें कोई मदद नहीं हो पाएगी. साइबर ठग ने पेमेंट के लिए क्यूआर कोड स्कैनर भी भेज दिया. साइबर ठग ने 10:30 बजे तक पेमेंट भेजने को कहा.
बोर्ड ऑफिस से नहीं होता ऐसा काम
वहीं इस मामले में यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने फोन पर न्यूज़ 18 से हुई बातचीत में बताया कि इस तरह के फर्जी फोन कॉल्स अभिभावकों और छात्र छात्राओं के पास जाने की उन्हें भी जानकारी मिली है. यूपी बोर्ड के सचिव ने साफ तौर पर कहा है कि बोर्ड कार्यालय से इस प्रकार का कोई कॉल नहीं किया जा रहा है. इन दिनों साइबर ठग सक्रिय हैं. अभिभावक सचेत रहें, झांसे में न आएं. इस प्रकार की किसी भी कॉल को सच मान रुपये किसी के खाते में स्थानांतरित न करें. कॉल आने पर इसकी सूचना बोर्ड ऑफिस, डीआईओएस कार्यालय और संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य को दें.