अंतर्राष्ट्रीय

यूक्रेन अभी भी अमेरिका के साथ खनिज सौदा करने को तैयार: जेलेंस्की

नई दिल्ली। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका के बाद यूरोप का दौरा किया और यूरोप में हुई मीटिंग के बाद जेलेंस्की का रुख अमेरिका के लिए नरम पड़ता दिखाई दे रहा है। उन्होंने रविवार को कहा कि वो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्ते सुधार सकते हैं।

जेलेंस्की ने कहा, ‘ट्रंप के साथ वो रिश्ते सुधारने को तैयार हैं, लेकिन बातचीत बंद कमरों में जारी रखने की जरूरत है। अगर सुरक्षा गारंटी मिलती है और यूक्रेन को नाटो सदस्यता मिलती है तो वह पद भी छोड़ने को तैयार हैं।’

मिनरल डील पर हस्ताक्षर के लिए यूक्रेन तैयार

उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि यूक्रेन रूस के साथ शांति समझौते में अपना इलाका बिल्कुल नहीं छोड़ेगा। वहीं अमेरिका के साथ मिनरल डील करने को लेकर भी वह तैयार दिखे। रविवार को उन्होंने ब्रिटेन के मीडिया को यह जानकारी दी और साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में भी इसे दोहराया।

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “हम खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं और यह सुरक्षा गारंटी की दिशा में पहला कदम होगा। हालांकि यह पर्याप्त नहीं है और हमें इससे कहीं अधिक की आवश्यकता है। सुरक्षा गारंटी के बिना युद्धविराम यूक्रेन के लिए खतरनाक है। हम तीन साल से लड़ रहे हैं और यूक्रेन के लोगों को यह जानने की जरूरत है कि अमेरिका हमारे पक्ष में है।”

ट्रंप और जेलेंस्की में हुई थी तीखी बहस

शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की मिनरल डील के समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे थे। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हो गई थी और ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई थी और कहा था कि उन्हें तीन साल के युद्ध के दौरान अधिक आभारी होना चाहिए।

इसके साथ ही ट्रंप ने कहा, ‘या तो आप कोई समझौता करने जा रहे हैं या हम बाहर हैं। और अगर हम बाहर हैं तो आप लड़ेंगे और मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा होगा।’

नहीं हो सके थे हस्ताक्षर

ट्रंप ने पहले कहा था कि प्रस्तावित खनिज सौदा बिल्कुल निष्पक्ष होगा। यह प्रस्ताव यूक्रेन को युद्धविराम में मदद करने के लिए वाशिंगटन को वित्तीय लाभ देने के लिए था। हालांकि ट्रंप ने यूरोपीय सैनिकों के समर्थन के रूप में किसी भी अमेरिकी सैन्य बल को देने से इनकार कर दिया है, जो शांति सैनिकों के रूप में काम कर सकते हैं।

इस तीखी नोकझोंक के बाद जेलेंस्की को जाने के लिए कह दिया गया था, जिसके बाद जेलेंस्की तुरंत चले गए थे। व्हाइट हाउस ने बताया कि मिनरल डील पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं।

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