बिजनौर में शादी में हुई अफरा-तफरी, मधुमक्खियों के हमले से दूल्हा-दुल्हन ने ऐसे बचाई जान

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में मधुमक्खियों ने एक शादी समारोह में बवाल मचा दिया. मधुमक्खियों के हमले से बरातियों और घरातियों में अफरा-तफरी मच गई. खाना खा रहे सभी लोगों ने प्लेटें फेंककर भागना शुरू कर दिया. दूल्हा-दुल्हन को छिपकर जान बचानी पड़ी.कई घंटों तक लोग घरों में दुबके रहे. बरात के लिए आए बैंड-बाजे, डीजे, घोड़ा बग्घी सब धरे रह गए. आग जला धुआं फैलाकर दूल्हे-दुल्हन की जल्दबाजी में शादी संपन्न कराई गई. यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.
बिजनौर के सेलपुर-बमनोला में विवाह में पंडाल में खाना खाने गए बराती एवं घरातियों पर मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया, जिससे दूल्हा और दुल्हन पक्ष के मेहमान खाने की प्लेट फेंककर बदहवास हालत में बचने के लिए आसपास के घरों में घुस गए. दूल्हा-दुल्हन के आसपास मंडरा रही मधुमक्खियों को घासफूंस जलाकर धुआं करके भगाया गया. बाद में दूल्हे ने भी एक ग्रामीण के घर में घुसकर मधुमक्खियों से अपनी जान बचाई.
मधुमक्खियों के छत्ते पर मारा पत्थर
घटना के मुताबिक, बुधवार को हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव गंगोड़ा जट से क्षेत्र के गांव सेलपुरा-बमनोला में लोकेंद्र सिंह की बेटी की बारात आई थी. ग्रामीणों के मुताबिक, चिलचिलाती गर्मी में दोपहर बारह बजे बारात का स्वागत अगवानी के बाद घराती एवं बराती जैसे ही खाना खाने के लिए पंडाल में गए, इसी दौरान किसी सिरफिरे युवक ने पंडाल के पास ही नीम के पेड़ पर लगे मधुमक्खियों के विशाल छत्ते में पत्थर मार दिया, जिससे गुस्साई मधुमक्खियों ने पंडाल में खाना खा रहे बारातियो और घरातियों पर हमला कर दिया.
कई घंटों तक मधुमक्खियों का पंडाल पर कब्जा
मधुमक्खियों के अचानक हुए हमले से खाना खा रहे लोग खाने की प्लेटे फेंककर बदहवास हालत में भाग खड़े हुए. करीब साढ़े 3 घंटे तक घराती एवं बराती आसपास के घरों में दुबके रहे. कई लोग खेतो के रास्ते भाग निकले. शादी में शामिल होने आये अनेक लोगों को मधुमक्खियों ने काट भी लिया. घंटो तक पंडाल और आसपास का इलाका मधुमक्खियों के कब्जे में रहा. जगह जगह लोगो ने मधुमक्खियों को भगाने के लिये धुआं भी किया.
जल्दी-जल्दी मंत्र पढ़ कर सम्पन्न कराई शादी
घंटो देर बाद में जब मधुमक्खियों का गुस्सा शांत हुआ तो किसी तरह दूल्हे को कार में शीशे बंद कर बैठा कर बिना बैंड बाजे और मेहमानो के चढ़त की औपचारिकता निभाई. जल्दबाजी में जैसे-तैसे जयमाल और बंद मकान में फेरों की रस्म पूरी की गई. विवाह संस्कार कराने वाले पंडित जी ने भी मधुमक्खियों के चक्कर में जल्दी-जल्दी मंत्र पढ़ कर शादी सम्पन्न करने की घोषणा कर दी.
यह शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.लोगों का कहना है किमधुमक्खियों ने शादी का मजा खराब तो किया ही, शादी में न्योते गये लोगो को शादी का खाना तक नहीं खाने दिया. जिससे हलवाई, डीजे वाले, बैंड वाले और घोडी बग्घी वालों के सारे इंतजाम और तैयारिया धरी रह गईं.