कतर्नियाघाट से दुधवा टाइगर रिजर्व तक, ट्रेन से लीजिए जंगल सफारी का मजा, जानें किराए से लेकर टाइमिंग

लखनऊ: सरकार ने प्रदेश में इको टूरिज्म और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. अब कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से दुधवा टाइगर रिजर्व तक जाने वाली पर्यटक ट्रेन में विस्टाडोम कोच की सुविधा शुरू की गई है. यह सेवा 12 महीने उपलब्ध रहेगी. फिलहाल यह सेवा सिर्फ शनिवार और रविवार को मिल रही है, लेकिन जल्द ही यह हर दिन उपलब्ध होगी. इस पहल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए मौके भी बनेंगे.
मात्र 275 रुपए में देख सकेंगे 3 जंगल: पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी प्रदेश के वन क्षेत्रों को ‘One Destination Three Forest’ के रूप में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. इसी उद्देश्य के तहत दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट और किशनपुर वन्यजीव अभ्यारण्य को एक साथ जोड़कर पर्यटकों को रोमांचक और सुविधाजनक अनुभव देने के लिए विस्टाडोम कोच वाली ट्रेन शुरू की गई है. इस सेवा के लिए पर्यटकों से केवल 275 रुपये प्रति पर्यटक शुल्क लिया जा रहा है, जो कर्तनियाघाट से दुधवा नेशनल पार्क तक का है.
4 घंटे में 107 किमी लंबे घने जंगलों की सैर: विस्टाडोम कोच ट्रेन से पर्यटक 107 किलोमीटर लंबे जंगल के भीतर सफर करते हुए प्राकृतिक दृश्य, जैव विविधता और वन्यजीवों का नज़दीक से अनुभव ले सकेंगे. यह सफर 4 घंटे 25 मिनट का होगा.
निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश इको टूरिज्म विकास बोर्ड पर्यटकों के लिए लखनऊ से कतर्नियाघाट तक का एक पैकेज तैयार कर रहा है. इसमें विभाग की ओर से प्रति पर्यटक सब्सिडी भी दी जाएगी, इस पर विचार चल रहा है.
पर्यटक ले रहे वेटलैंड, ग्रासलैंड, फार्मलैंड और वुडलैंड का आनंद: 107 किलोमीटर लंबी जैव विविधता से भरपूर यात्रा का अनुभव देने वाली ट्रेन का नाम Bichia to Mailani Tourist Passenger Train (No. 52259) रखा गया है. जो बिछिया स्टेशन (बहराइच) से सुबह 11:45 बजे चलकर विभिन्न स्टेशनों से गुजरते हुए दोपहर 4:10 बजे मैलानी स्टेशन (लखीमपुर खीरी) पहुंचती है.
वहीं वापसी ट्रेन Mailani to Bichia Tourist Passenger Train (No. 52260) सुबह 6:05 बजे मैलानी से रवाना होकर 10:30 बजे बिछिया पहुंचती है. यह ट्रेन नौ स्टेशन क्रमश: बिछिया, मंझरा पुरब, खैराटिया बांध रोड, तिकुनिया, बेलरायन, दुधवा, पलिया कलां, भीरा खीरी से मैलानी स्टेशन पहुंचती है.
विस्टाडोम कोच ट्रेन न केवल वनों और अभयारण्यों से गुजरती है, बल्कि वेटलैंड, ग्रासलैंड, फार्मलैंड और वुडलैंड जैसे प्राकृतिक परिदृश्यों को भी करीब से देखने का अवसर प्रदान करती है. यह सुविधा पयर्टकों को मानसून सीजन में भी आकर्षित करेगी. यह सेवा होमस्टे मालिकों, रिसॉर्ट ऑपरेटर्स और ट्रैवल एजेंट्स की भागीदारी से स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करेगी.
सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए विशेष क्यूरेटेड टूर: वर्तमान में हर सप्ताह युवा पर्यटन क्लब के तहत सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए विशेष क्यूरेटेड टूर आयोजित किए जा रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, ट्रैवल ब्लॉगर्स के लिए फेम टूर का आयोजन किया जा रहा है, ताकि विस्टाडोम कोच ट्रेन और इस सफर को डिजिटल माध्यम से प्रचारित किया जा सके. इससे न केवल जागरूकता बढ़ रही है बल्कि राज्य के प्राकृतिक संसाधनों और जैव विविधता के संरक्षण का संदेश भी प्रसारित हाे रहा है.
- कतर्नियाघाट से दुधवा टाइगर रिजर्व तक स्पेशल ट्रेन से उठा सकेंगे जंगल सफारी का आनंद.
- साल के 12 महीने मिलेगी पर्यटकों काे सुविधा, मात्र 275 रुपए में उठा सकेंगे लुत्फ.
- पर्यटक करीब 107 किलोमीटर के जंगल सफारी का विस्टाडोम कोच से उठा सकेंगे आनंद.
- इको टूरिज्म विकास बोर्ड ने पहले फेज में शनिवार और रविवार को शुरू की सेवा.
- विस्टाडोम कोच से कतर्नियाघाट, दुधवा नेशनल पार्क और किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य का मिलेगा आनंद.
- प्रदेश सरकार ने इको टूरिज्म और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये शुरू की विस्टाडोम कोच सेवा.