
नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में थाना सेक्टर-63 क्षेत्र अंतर्गत विंडसर कंपनी में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। कंपनी परिसर में कपड़े प्रेस करने वाले दो स्टीम बॉयलरों के फटने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हादसे के दौरान कंपनी की इमारत में लगे शीशे टूट गए, जिससे कई कर्मचारी घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, हादसे में कुल 20 कर्मचारी घायल हुए हैं। इनमें से आठ को सेक्टर-71 के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में सात पुरुष और एक महिला शामिल है। उनकी पहचान सचिन (18), कुलदीप (21), रविकांत (25), आकाश (20), मोहित (19), आलम (29), प्रकाश (52) और सीमा (42) के रूप में हुई है।
अन्य 12 कर्मचारियों को सेक्टर-63 स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी पहचान पंकज (26), मनोज पासवान (35), सुनीता (40), आशा रानी (27), भूमि (19), कल्प सिंह (19), प्रमोद (38), रजनीश (18), लोकेश (19), सतेंद्र (35), पुष्पेंद्र (27) और अतुल (30) के रूप में हुई है। सभी घायलों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है और किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है।
हादसे के बाद तुरंत पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना में किसी भी व्यक्ति को जलने या झुलसने की चोट नहीं आई है और न ही कोई आगजनी की घटना हुई है। स्टीम बॉयलर फटने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चलेगा।
नोएडा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि, बॉयलर फटने के बावजूद वहां आग नहीं लगी थी, फिर भी एहतियातन पूरे परिसर की जांच की गई। इमारत की संरचनात्मक स्थिति सामान्य पाई गई है। हम कंपनी प्रबंधन को सुरक्षा मानकों के पालन के लिए निर्देशित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता मौके पर मौजूद सभी व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी थी। राहत और बचाव कार्य तत्परता से पूरा किया गया। साथ ही कंपनी को आग से सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय अपनाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
विंडसर कंपनी में बड़ी संख्या में कर्मचारी कार्यरत हैं और यदि हादसा बड़े स्तर पर होता तो जान-माल का नुकसान और भी गंभीर हो सकता था। फिलहाल घायलों का इलाज जारी है और सभी खतरे से बाहर हैं। प्रशासन ने कंपनी प्रबंधन से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए सभी तकनीकी और सुरक्षा उपाय समय पर पूरे किए जाएं।