शर्मनाक! छात्रा को क्लास में आया पीरियड, टीचर ने नहीं दिया पैड; रोते हुए घर पहुंची
यूपी के बरेली में महिला प्रधानाचार्य की शर्मनाक हरकत सामने आई है। स्कूल में परीक्षा देने गई एक छात्रा को पीरियड आ गया। छात्रा सेनेटरी पैड मांगने के लिए प्रधानाचार्य के ऑफिस पहुंची तो प्रधानाचार्य ने उसे ऑफिस के बाहर ही खड़ा कर दिया। उसे सेनेटरी पैड उपलब्ध नहीं कराया। एक घंटे तक छात्रा उसी हालत में ऑफिस के बाहर खड़ी रही और फिर उसी स्थिति में घर वापस चली गई। छात्रा के पिता को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इस बात की शिकायत राज्य महिला आयोग में शिकायत की है।
डेलापीर निवासी रवि शंकर ने राज्य महिला आयोग, महिला कल्याण विभाग, डीएम और डीआईओएस को लिखित शिकायत में कहा है कि उनकी बेटी रिखी सिंह इंटर कॉलेज में कक्षा 11 की छात्रा है। शुक्रवार को वह स्कूल में पेपर देने गई थी। परीक्षा के दौरान बेटी को मासिक धर्म (पीरियड) आ गया। बेटी ने प्रधानाचार्य रचना अरोड़ा से सेनेटरी पैड की मांग की। आरोप है कि प्रधानाचार्य ने उसे अपने ऑफिस के बाहर ही खड़ा रखा।
अंदर आने को मना कर दिया गया। एक घंटा व्यतीत होने के बाद भी उनकी बेटी को सेनेटरी पैड उपलब्ध नहीं कराया गया। उसे वैसे ही स्थिति में वापस घर जाने के लिए कह दिया गया। रवि का कहना है कि उनकी बेटी स्कूल से रोते हुए घर पहुंची। रास्ते में उसके कपड़े भी खराब हो गए। इस कारण उसको काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी। उसकी मानसिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। रवि शंकर ने जांच कर कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में छात्राओं को ऐसी विषम परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।
सही सूचना न मिलने से हुई घटना: प्रधानाचार्य
इस बारे में प्रधानाचार्य रचना अरोड़ा का कहना है कि उनके पास एक टीचर आई थी। उस वक्त वो किसी अधिकारी से फोन पर बात कर रही थी। उन्होंने दो मिनट रुकने को कहा। तब तक टीचर चली गई। बाद में जब छात्रा के पिता का फोन आया, तब पता चला कि वो पैड लेने आई थी। मुझे सही सूचना न मिलने से गड़बड़ हुई। उधर, प्रबंधक आनंद मोहन सिंह ने कहा कि स्कूल में पैड का चार्ज चार टीचर पर रहता है। अब सभी कक्षाओं में पैड रखने को कहा गया है। अभिभावक और छात्रा के साथ हमारी सहानुभूति है।