
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शनिवार को IndusInd Bank के बोर्ड को निर्देश दिया कि वे मौजूदा तिमाही में ही बैंक के वित्तीय लेखांकन में पाई गई 2,100 करोड़ रुपये की गड़बड़ी को ठीक करने के लिए आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाएं. बैंक द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में किए गए खुलासे में बताया गया कि यह गड़बड़ी बैंक की कुल नेटवर्थ का 2.35 प्रतिशत प्रभावित कर सकती है. इस खबर के सामने आने के बाद, बैंक के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई.
RBI ने ऑडिट टीम को किया नियुक्त
RBI ने अपने बयान में कहा कि IndusInd Bank पहले ही एक बाहरी ऑडिट टीम को नियुक्त कर चुका है, जो बैंक की मौजूदा वित्तीय प्रणाली की गहन समीक्षा कर रही है और जल्द से जल्द वास्तविक प्रभाव का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.
अफवाहों पर ध्यान न दें!
RBI ने स्पष्ट किया कि बैंक के बोर्ड और प्रबंधन को यह निर्देश दिया गया है कि वे वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) के दौरान पूरी तरह से सुधारात्मक कार्रवाई करें और आवश्यक खुलासे सभी हितधारकों को करें. इसके अलावा, RBI ने आम जनता और जमाकर्ताओं से अपील की है कि वे इस मुद्दे को लेकर फैली अटकलों पर ध्यान न दें, क्योंकि बैंक की वित्तीय स्थिति स्थिर बनी हुई है और केंद्रीय बैंक इसे बारीकी से मॉनिटर कर रहा है.
क्य है मामला?
IndusInd Bank ने जानकारी दी कि यह लेखांकन त्रुटि सितंबर-अक्टूबर 2024 के आसपास सामने आई थी, और पिछले सप्ताह ही बैंक ने इस बारे में आरबीआई को प्रारंभिक जानकारी दी थी. बैंक द्वारा नियुक्त बाहरी एजेंसी अपनी रिपोर्ट अप्रैल की शुरुआत तक प्रस्तुत करेगी, जिसके बाद वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी.
RBI ने बैंक की वित्तीय स्थिति को लेकर भी जानकारी साझा की और कहा कि बैंक की पूंजी पर्याप्तता अनुपात (Capital Adequacy Ratio) 16.46% और प्रावधान कवरेज अनुपात (Provision Coverage Ratio) 70.20% है. बैंक की लिक्विडिटी कवरेज अनुपात (LCR) 113% है, जो नियामक आवश्यकता 100% से अधिक है.