कुरान, कलम और कागज… NIA कस्टडी में मुंबई हमलों के गुनहगार तहव्वुर राणा ने क्या-क्या रखीं डिमांड?

जब अजमल कसाब ने जेल में बिरयानी मांगी थी, तो देश भड़क उठा था। लेकिन 26/11 के हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा ने जब अपनी मांग रखी, तो सुरक्षाबलों की नजरें और पैनी हो गईं। ये मांग जितनी मासूम दिखती है, उतनी ही गहरी है। क्या ये पश्चाताप है? या फिर किसी नई साजिश की प्रस्तावना?
26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड में से एक, राणा, अब दिल्ली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए मुख्यालय के उच्च सुरक्षा सेल में बंद है। लेकिन उसका रहन-सहन और मांगें कुछ और ही कहानी बयां करती हैं-एक शांत, धार्मिक मुखौटा, जिसके पीछे छुपा है एक गहरी साजिश का जाल। आइए जानते हैं क्या है ‘मास्टरशेफ’ की 3 फरमाइश….
एनआईए बनाम राणा – दूसरे दिन की पूछताछ, 3 फरमाइश….
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 26/11 के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा से दूसरे दिन भी घंटों पूछताछ की। इस समय वह नई दिल्ली के CGO कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए मुख्यालय की हाई-सिक्योरिटी कोठरी में बंद है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “उसे आम आरोपी की तरह ट्रीट किया जा रहा है। कोई VIP ट्रीटमेंट नहीं। लेकिन जो मांगा, वो दिया गया-कुरान, कलम और कागज।” उसकी कोठरी में लगे कैमरे और पहरेदार हर गतिविधि पर निगाह बनाए हुए हैं। उसकी हर हरकत-हर नमाज़, हर पन्ने पर चलती कलम-जांच के दायरे में है।
टाइमलाइन: तहव्वुर राणा और 26/11 की परछाई
धार्मिक’ या रणनीतिक? – क्या सोच रहा है राणा?
एनआईए के सूत्रों का कहना है कि राणा एक ‘धार्मिक आदमी’ की तरह पेश आ रहा है। हर दिन पांच बार नमाज, कुरान का अध्ययन और कलम से कुछ लिखना। लेकिन, जांच एजेंसी जानती है कि एक आतंकी की डायरी सिर्फ प्रार्थना की किताब नहीं होती। ‘हम हर शब्द स्कैन कर रहे हैं जो वो लिख रहा है,’ एक अधिकारी ने बताया। ‘इसमें कुछ छुपा है – शायद कोड, शायद इशारे।’
तहव्वुर हुसैन राणा कौन है?
अंतिम सवाल: क्या कुरान की मांग एक नई शुरुआत है या साजिश की अगली कड़ी?
जेल में बिरयानी मांगने वाले कसाब से लेकर कुरान मांगने वाले राणा तक-इन चेहरों के पीछे छुपे इरादों को समझना आसान नहीं। एनआईए हर शब्द, हर इशारे को जांच रही है-क्योंकि भारत 26/11 को फिर से नहीं झेल सकता।
- नाम: तहव्वुर हुसैन राणा
- उम्र: 64 साल
- नागरिकता: कनाडा, मूल निवासी पाकिस्तान
- भूमिका: 26/11 साजिशकर्ता, डेविड हेडली का करीबी
- पहली मांग: कुरान, कलम, कागज़
- निगरानी: 24×7 हाई-सिक्योरिटी, हर 48 घंटे में मेडिकल और लीगल चेकअप
- पहले कॉल: डेविड हेडली से लगातार दर्जनों कॉल
- फोकस: दुबई में संदिग्ध मीटिंग्स, भारत यात्रा के रहस्य
- 2006-08: हेडली और राणा की भारत यात्राएं, लश्कर के लिए रेकी
- 26 नवंबर 2008: मुंबई में आतंक का कहर – 166 से ज्यादा मौतें
- 2011: हेडली अमेरिका में दोषी, राणा गिरफ्तार
- 2020: भारत राणा के प्रत्यर्पण की मांग करता है
- 10 अप्रैल 2025: अमेरिका से प्रत्यर्पण। राणा को एनआईए हिरासत में लाया गया
- 11 अप्रैल 2025: राणा से NIA ने पूछे 20 से ज्यादा सवाल।
- 12 अप्रैल 2025: दूसरी दिन की पूछताछ।
- जन्म: पाकिस्तान में
- पूर्व सैन्य डॉक्टर, बाद में इमीग्रेशन कंसल्टेंसी शुरू की
- कनाडा की नागरिकता हासिल की
- डेविड कोलमैन हेडली (दाउद गिलानी) का बचपन का दोस्त
- मुंबई हमलों की साजिश में सहयोगी
- अमेरिका में गिरफ्तार, अब भारत में प्रत्यर्पित