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घर के दरवाजे पर पीआरडी जवान के बेटे की चाकू मारकर निर्मम हत्या, 100 रुपये के लिए अंजाम दी वारदात

महोबा। थाना कोतवाली नगर अंतर्गत पचपहरा गांव में शनिवार की रात दबंगों ने घर में घुसकर 22 साल के युवक की हत्या कर दी और फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है। मृतक युवक के पिता पीआरडी जवान हैं।

पचपहरा गांव निवासी लाल सिंह ने थाना कोतवाली नगर पुलिस को दिए शिकायती पत्र में कहा कि वह पीआरडी जवान हैं और वर्तमान में जिला मुख्यालय के एक धार्मिक स्थल पर पोस्टेड हैं। शनिवार रात्रि आठ बजे गांव के चार दबंग हाथों में लाठी डंडा, चाकू, कुल्हाड़ी लेकर घर में आए और पुत्र रूपेश का नाम लेकर भद्दी भद्दी गालियां देने लगे।

हमलावरों ने चाकू गोदकर हत्या की

इस पर लाल सिंह और उनका छोटा बेटा नीलेश और बड़ा बेटा रूपेश कमरे से निकलकर आंगन में आ गए। तभी चारों हमलावरों ने 22 वर्षीय पुत्र नीलेश यादव के ऊपर लाठी, कुल्हाड़ी व चाकू से हमला कर दिया। बीच बचाव करने पहुंचे पिता पर लाठी डंडों से प्रहार किया गया, उन्हें भी चोट आई है। इसके बाद सशत्र हमलावर रूपेश को भी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।

पुलिस ने चारों हमलावरों पर दर्ज किया केस

खून से लथपथ नीलेश को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या की सूचना पर एसपी पलाश बंसल, अपर एसपी वंदना सिंह, सीओ नगर दीपक दुबे पुलिस बल समेत घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों को कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। वहीं, कोतवाली पुलिस ने मामले में चारों हमलावरों के विरुद्ध संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

मामले के खुलासे के लिए पांच टीमें गठित

इस संबंध में एसपी पलाश बंसल ने बताया कि सूचना मिली है कि दो पक्षों में विवाद हुआ था, जिसमें एक पक्ष के हमलावर आक्रामक हो गए। जिसमें दूसरे पक्ष के युवक पर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस टीमों का गठन किया है। पुलिस छापेमारी कर रही है। परिजनों से पूछताछ जारी है। शीघ्र ही घटना का खुलासा होगा।

40 दिन पूर्व हत्यारोपियों का नीलेश के बड़े भाई से हुआ था विवाद

40 दिन पूर्व मृतक नीलेश के बड़े भाई रूपेश से हत्यारोपियों का बाद विवाद हुआ था। आरोप है कि उस समय हमलावरों ने धमकी दी थी। पीआरडी जवान लाल सिंह का कहना है कि मामले में पुलिस से शिकायत दर्ज की थी।

राजीनामा नहीं होता तो हत्या ना होती- पिता

पिता ने कहा कि यदि मामले में राजीनामा न किया होता तो छोटे पुत्र नीलेश की हत्या न होती। मृतक के पिता ने हमलावरों पर राजीनामा के बाद हत्या जैसी जघन्य घटना को अंजाम पर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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