दिल्ली-एनसीआर के इस इलाके में 7 लाख रुपये में प्लॉट, आ रही है नई हाउसिंग स्कीम, जानें- क्या हैं शर्तें?
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ग्रेटर नोएडा। Yeida Residential Plots: उद्योगों में काम करने वाले कामगारों के लिए यमुना प्राधिकरण अपने घर का सपना सच करेगा। प्राधिकरण उन्हें सात से साढ़े सात लाख रुपये में आवासीय भूखंड देगा। इनका आवंटन लॉटरी से होगा, लेकिन भूखंड के लिए आय सीमा की बाध्यता होगी।
अधिकतम सालाना ढाई लाख रुपये की आय वालों को ही योजना में भूखंड ( noida Housing Scheme) के लिए आवेदन का मौका मिलेगा। प्राधिकरण आगामी बोर्ड बैठक में भूखंड योजना का प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखेगा।औद्योगिक प्राधिकरण में आवासीय भूखंड की दरें लगातार बढ़ रही हैं।
यमुना प्राधिकरण में औद्योगिक विकास अभी शुरुआती चरण में
उद्योगों में काम करने वालों को अपना घर बनाने के लिए भूखंड खरीदना उनकी क्षमता से बाहर हो गया है। उद्योगों में काम करने वाले आवास के लिए प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टर के आस पास बसे गांवों पर निर्भर होकर रह गए हैं। जहां उन्हें किराये पर रहना पड़ता है, लेकिन जरूरत की सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती। गांवों पर आबादी का दबाव बढ़ने से उनका बुनियादी ढांचा भी चरमराने लगा है।
यमुना प्राधिकरण में औद्योगिक विकास अभी शुरुआती चरण में है। उद्योगों के साथ कामगारों की संख्या बढ़ने से उनके लिए आवास की चुनौती भी बढ़ेगी। यीडा के गांवों का हाल नोएडा, ग्रेटर नोएडा के गांवों की तरह न हो, इसलिए यीडा उद्योगों में काम करने वालों के लिए आवासीय भूखंड आवंटित करने के लिए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखेगा।
बोर्ड की स्वीकृति से सेक्टर 18 में तीस वर्गमीटर के भूखंडों की योजना निकाली जाएगी। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि भूखंडों की कीमत सात से साढ़े सात लाख रुपये तक हो सकती है। इसमें आवेदन के लिए आय की बाध्यता तय होगी। सालाना ढाई लाख रुपये तक आमदनी वालों को ही इस योजना में आवेदन का मौका मिलेगा। उन्हें योजना के आवेदन के लिए आय प्रमाण पत्र की शर्त लागू की जाएगी।
दो मंजिला भवन बनाने की होगी अनुमति
यमुना प्राधिकरण भूखंडों का आवंटन अन्य आवासीय भूखंड योजना की तरह लाटरी के आधार पर करेगा। इस पर दो एफएआर की अनुमति होती।
यानी दो मंजिला भवन बनाया जा सकेगा। इससे उद्योगों में काम करने वालों की अपने घर की जरूरत पूरी हो सकेगी। उन्हें किराये पर रहने की मजबूरी नहीं रहेगी।
ग्रेनो प्राधिकरण ने 28 व्यावसायिक भूखंडों की योजना की लॉन्च
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 28 व्यावसायिक भूखंडों की योजना लांच की है, जिसमें मंगलवार से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शहर के अलग- अलग सेक्टरों में स्थित भूखंडों का आकार 1500 से लेकर 20 हजार वर्गमीटर है। आवंटन ई- नीलामी के माध्यम से किया जाएगा।
प्राधिकरण के मुताबिक बहुमंजिला व्यावसायिक इमारतों के बनने से निवासियों को रोजमर्रा की जरूरत के सामान खरीदने में सुविधा हो जाएगी।एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि सीईओ एनजी रविकुमार के निर्देश पर जारी योजना जारी की गई है।
इसमें शामिल भूखंड सिग्मा-दो, ईटा-एक, तुगलपुर हल्दौना, नालेज पार्क-तीन, चाई फाई एक्सटेंशन, जीटा-एक, सेक्टर-10, 12 ग्रेटर नोएडा वेस्ट, इकोटेक-एक एक्सटेंशन, डेल्टा-दो आदि सेक्टरों में स्थित हैं। जो 1500 वर्गमीटर से लेकर 20 हजार वर्गमीटर तक के हैं। सबसे अधिक नौ भूखंड सेक्टर इकोटेक-एक एक्सटेंशन में हैं। निवेशकों की मांग और निवासियों की जरूरत को देखते हुए सेक्टरों में व्यावसायिक भूखंडों की योजना को लांच किया गया है।