
नोएडा में जीएसटी विभाग के डिप्टी कमिश्नर की सोमवार सुबह 15 वीं मंजिल से गिरकर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह नोएडा के सेक्टर-75 स्थित एपेक्स एथेना सोसाइटी में परिवार के साथ रह रहे थे और गाजियाबाद के जीएसटी विभाग में कार्यरत थे। पुलिस के अनुसार, डिप्टी कमिश्नर कैंसर से पीड़ित थे। हालांकि, एक वायरल वीडियो में पत्नी का दावा है कि उनके पति पर विभागीय दवाब था और उनके पति कई साल पहले ही कैंसर से ठीक हो गए थे।
एडिशनल डीसीपी सुमित शुक्ला के मुताबिक, उत्तर प्रदेश राज्य कर विभाग (जीएसटी) के डिप्टी कमिश्नर 59 वर्षीय संजय सिंह को सोमवार सुबह अपने ऑफिस जाना था। घर पर पत्नी मौजूद थीं और उनके दोनों बेटे बाहर थे। सुबह करीब पौने 11 बजे वह सोसाइटी की 15वीं मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में नीचे गिर गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। आसपास के लोगों ने खून से लथपथ डिप्टी कमिश्नर को देखा तो इसकी सूचना सिक्योरिटी गार्ड और उनके परिवार वालों को दी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। संजय सिंह के सिर समेत शरीर के अन्य हिस्से में चोट आई थी।
पुलिस के दावे के अनुसार वह कैंसर से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था। आशंका जताई जा रही है कि बीमारी से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या की। हालांकि, सोसाइटी के लोगों ने यह भी आशंका जताई है कि हो सकता है डिप्टी कमिश्नर का संतुलन बिगड़ गया हो और वह ऊंचाई से नीचे गिर गए हों।
पूरे घटनाक्रम की जानकारी के लिए पुलिस सोसाइटी के अंदर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है। सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्ड समेत अन्य लोगों से पूछताछ की गई है। मृतक के परिजनों ने अब तक स्थानीय थाने में शिकायत नहीं दी है।
चार साल से गाजियाबाद में कार्यरत थे : संजय सिंह चार साल से गाजियाबाद जीएसटी विभाग में कार्यरत थे। वर्तमान में वह डिप्टी कमिश्नर सुप्रीम कोर्ट वर्क में तैनात थे। साथ ही उनके पास उपायुक्त खंड दो की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी थी। संजय सिंह की तैनाती नोएडा में भी रह चुकी है। वह अप्रैल 2026 में रिटायर होने वाले थे। राज्य कर विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारी मंगलवार को काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य कर अधिकारी सेवा संघ ने इसका आह्वान किया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारी संजय सिंह के निधन पर सुबह 11 बजे गौतमबुद्ध नगर समेत 11 जोन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित करेंगे।
सुसाइड नोट नहीं मिला
पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। साथ ही आत्महत्या से पहले उनके किसी से बात करने की पुष्टि भी पुलिस ने नहीं की। बताया जा रहा है कि संजय सिंह का एक बेटा गुरुग्राम में नौकरी करता है, जबकि दूसरा बेटा ग्रेटर नोएडा स्थित एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा है।
पत्नी ने विभागीय दबाव होने का दावा किया
डिप्टी कमिश्नर की पत्नी का एक वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लैटफॉर्म पर वायरल हुआ है। इसमें उन्होंने पति के कैंसर से कई साल पहले ठीक होने की बात कही है। पत्नी ने उनके पति पर विभागीय दबाव होने के साथ ही मौत के लिए व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है। पत्नी का दावा है कि उनके पति ने कैंसर से उबरने में कई लोगों की मदद भी की है। एक अन्य करीबी ने वीडियो में कहा कि उन्हें हाल में अतिरिक्त चार्ज मिला था, जिससे वह खुश नहीं थे। दूसरी ओर, विभागीय सूत्रों का कहना है कि डिप्टी कमिश्नर संजय सिंह पहले नोएडा, फिर मथुरा और उसके बाद गाजियाबाद में काम कर रहे थे। रोज खुद गाड़ी चलाकर ऑफिस जाते थे। उन्होंने सोमवार सुबह ही सेक्टर-2 का अतिरिक्त चार्ज हटाने का अनुरोध अपने वरिष्ठ अधिकारी से की थी।