हाथरस में ऑनलाइन गेम में करोड़ों की ठगी करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, 12.50 करोड़ की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिलेहाथरस में ऑनलाइन गेम में करोड़ों की ठगी करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार, 12.50 करोड़ की प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले

ऑनलाइन गेमिंग और सट्टे के जाल में लोगों को फंसाकर प्रॉपर्टी कब्जाने वाले गिरोह का मास्टर माइंड और मिर्च कारोबारी के बेटे पीयूष मित्तल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह लोगों को अपने जाल फंसाकर कंगाल बना देता और फिर हारे गए पैसों की भरपाई का लालच देकर उनकी प्रॉपर्टी का बैनामा कराकर कब्जा लेता था। आरोपी दुबई भागने की फिराक में था और उसने फ्लाइट का टिकट भी बुक करा लिया था। इससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस गिरोह में करीब आठ सदस्य हैं। बंगलूरू से पूरा नेटवर्क ऑपरेट किया जा रहा था। हाथरस, अलीगढ़, आगरा सहित दक्षिणी भारतीय लोगों को यह गिरोह अपना शिकार बना चुका है। इस मामले में आरोपी से पूछताछ जारी है।
कोतवाली सदर क्षेत्र के मोहल्ला सीयल खेड़ा की रहने वाली प्रिया शर्मा ने पुलिस अधीक्षक से पीयूष मित्तल के खिलाफ शिकायत की थी और आरोप लगाया था कि उसने उनके पति शिवम शर्मा को ऑनलाइन गेम के जरिए अपने जाल में फंसा लिया और वह गेम में 35 लाख रुपये हार गए। इसके बाद गिरोह के सदस्यों ने उनसे मकान का बैनामा भी करा लिया।
शिवम शर्मा डिप्रेशन में चले गए हैं और आत्महत्या का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक चिरंजीनाथ सिन्हा के निर्देश पर साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। साइबर थाना, एसओजी व कोतवाली पुलिस को खुलासे के लिए लगाया गया। जांच में सामने आया कि पीयूष मित्तल ऑनलाइन गेम के नाम पर क्रिकेट और अन्य खेलों में सट्टा खिलवाता था। शिवम शर्मा को भी अपना शिकार बनाया था। पुलिस ने 1 मार्च की शाम को चूड़ी वाली गली स्थित आवास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन, लैपटॉप, कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज के साथ साथ गिरवी रखे बैनामे और अन्य प्रपत्र भी बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान विकास शर्मा व अन्य व्यक्तियों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। उसके पिता एवं मिर्च कारोबारी विनोद मित्तल के नाम पर भी कई बैनामे मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
ऑनलाइन गेम के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाया जाता था। इसके बाद गेम में हार होने की दशा में प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर बैनामा कराते थे। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है। यह गिरोह अंतरराज्यीय गिरोह है। दक्षिण भारत के कई राज्यों में इनका जाल बिछा हुआ है।-चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसपी