नोएडा में 10वीं पास डायरेक्टर ने ठगे 10 करोड़ से ज्यादा, जानिए कैसे चलाता था पूरा गोरखधंधा
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नोएडा। शहर के सेक्टर 63 थाना क्षेत्र के एच ब्लाक में मनी आन नवाकर फाइनेंशियल सर्विसेज, मनी वन मैनेजमेंट सर्विसेज व नवाकर फाइनोविजन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर फर्जी लोन दिलाने के चल रहे काल सेंटर का रविवार को थाना पुलिस और सेंट्रल जोन की साइबर सेल पुलिस ने राजफाश किया। दसवीं फेल निदेशक समेत तीन को दबोचा।
करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी
आरोपित सैकड़ों लोगों से करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी कर चुके हैं। गुजरात, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों के पीड़ितों की ओर से साइबर हेल्प डेस्क को शिकायत मिलने पर पुलिस आरोपितों तक पहुंचीं। पुलिस आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अन्य साथियों की तलाश और अपराधिक इतिहास जुटा रही है।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि साइबर हेल्प डेस्क को नोएडा सेक्टर 63 एच ब्लाक में मनी आन नवाकर नाम से चल रही कंपनी के स्टाफ द्वारा लोन दिलाने के नाम पर 1.38 लाख रुपये की ठगी करने की शिकायत मिलीं।
तीन आरोपी गिरफ्तार
टीम ने जांच की और काल सेंटर के निदेशक राजस्थान बीकानेर मोहल्ला भूरा का बांस के अरिहंत जैन, फिरोजाबाद गांव बचगांव थाना नारकी के धर्मेंद्र और कासंगज मोहल्ला साठ बीघा कालोनी के आकाश को गिरफ्तार किया।
मोबाइल, प्रिंटर समेत कई समान बरामद
वर्तमान में तीनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट बिसरख शाहबेरी के साईं रेजिडेंसी में रह रहे थे। तीनों के पास से चार लैपटाप, 14 मोबाइल, एक प्रिंटर, 18 चेकबुक, पांच चेक, 50 विजिटिंग कार्ड व नौ मुहर प्राप्त हुईं। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह इंटरनेट मीडिया पर चंद दिनों में एक करोड़ तक का लोन दिलाने का प्रचार प्रसार करते थे। विश्वास दिलाने के लिए बैंक के चेक की काफी भी भेजते थे।
ऐसे देते थे प्रलोभन
प्रलोभन में फंसकर लोगों के संपर्क करने पर दस्तावेज लेते और शुरूआत में लोन दिलाने के एवज में तीन प्रतिशत कमीशन फीस और 18 प्रतिशत जीएसटी चार्ज ले लेते थे। फिर बैंक संबंधी सिबिल रिपोर्ट खराब बताकर टरकाना शुरू कर देते थे। आवेदक के ज्यादा परेशान करने पर नंबर ब्लाक कर देते थे। इसमें बाहरी राज्यों के लोगों को निशाना बनाकर वरीयता देते थे।
साइबर पोर्टल पर आठ शिकायत दर्ज
जांच में सामने आया है कि आरोपितों के तीन बैंक के खातों पर साइबर पोर्टल पर आठ शिकायत दर्ज हैं। एयू स्माल फाइनेंस बैंक खाते पर गुजरात, मध्यप्रदेश से तीन, कोटक महिंद्रा बैंक के खाते पर तीन, फिनकेयर स्माल फाइनेंस बैंक के खाते पर दो शिकायत दर्ज हैं। कंपनी निदेशक अरिहंत दसवीं फेल जबकि धर्मेंद्र और आकाश आठवीं फेल हैं।