बिजनौर रेलवे स्टेशन पर हाई-वोल्टेज ड्रामा, युवक ने ट्रेन में पेट्रोल लेकर खुद को किया लॉक
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बिजनौर में एक व्यक्ति ने अपनी मांग पूरी कराने के लिए अजीबोगरीब तरीका अपनाया. शख्स ने खुद को एक ट्रेन के डिब्बे में बंद कर लिया और हाइवोल्टेज ड्रामा करने लगा.
शख्स ट्रेन के डिब्बे में पेट्रोल की बोतल लेकर गया था और उसने एक चिट्ठी बाहर फेंक कर कहा कि मेरी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है, जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा वो इस डिब्बे में बंद रहेगा. उसने धमकी दी कि अगर किसी ने भी जबरदस्ती की तो वो अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा लेगा.
इतना ही नहीं, उसने इस दौरान अपने ऊपर थोड़ा पेट्रोल भी डाल लिया और उस डब्बे में भी पेट्रोल डाल दिया ताकि कोई जबरदस्ती ट्रेन के अंदर ना घुस सके. इस ड्रामे के चलते ट्रेन 3 घंटे तक रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही और सारे अधिकारी उसको समझाने में लग रहे.
स्टेशन पर खूब हुआ ड्रामा
करीब 3 घंटे बाद जब आरोपी के परिजन स्टेशन पहुंचे और उसको समझाया तब जाकर वह ट्रेन से बाहर आया. उसके डिब्बे से बाहर आने के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली और उसे अपने साथ लेकर गई.
आरोपी बिजनौर के पीपलसला का रहने वाला है और उसकी पहचान भारत भूषण के रूप में हुई है. शुक्रवार की सुबह वो गजरौला से चलकर नजीबाबाद जाने वाली पैसेंजर ट्रेन में चांदपुर से सवार हुआ और वो दिव्यांग वाले डब्बे में बैठ गया. उसने डब्बे को पूरी तरह से अंदर से बंद कर लिया और ट्रेन जब हल्दौर रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो कुछ दिव्यांग लोगों ने डिब्बे में चढ़ने का प्रयास किया लेकिन उसने डिब्बा का दरवाजा नहीं खोला.
इस मामले की जानकारी दिव्यांगजनों ने ट्रेन के गार्ड को दी. ट्रेन के गार्ड ने जब डिब्बा खुलवाने की कोशिश की तो उसने खिड़की के रास्ते एक पत्र बाहर फेंका जिसमें लिखा था कि उसके ससुराल पक्ष की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है और जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा वो डिब्बे के अंदर ही रहेगा. इसके बाद ट्रेन तीन घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रही.
घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे अधिकारी
जब जीआरपी के सिपाहियों ने खिड़की को खोलने का प्रयास किया तो उसने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना की जानकारी तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई.
जानकारी मिलने के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ सीओ सिटी संग्राम सिंह, एसडीएम अवनीश त्यागी और रेवेन्यू विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और युवक को समझाने का प्रयास किया.
ये ड्रामा सुबह 10 बजे से लेकर 1 बजे तक चलता रहा और लाख कोशिश के बाद भी जब वो बाहर नहीं निकला तो फिर उसके ससुराल पक्ष के लोगों को और उसके परिचितों को गांव से बुलवाया गया. उसके ससुराल पक्ष और परिचित लोग रेलवे स्टेशन पर पहुंचे. इस दौरान वहां मौजूद अधिकारियों ने भी उसे पूरे मामले की जांच कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया.
वो 3 घंटे बाद ट्रेन के बंद डिब्बे से बाहर आया और उसने मीडिया से कहा कि कुछ दबंग लोगों ने उसके ससुराल पक्ष की जमीन पर कब्जा कर रखा है. जिसे लेकर वो पिछले तीन-चार साल से शिकायत कर रहा है, लेकिन उसकी कोई नहीं सुन रहा था, इसलिए उसके पास कोई चारा नहीं बचा था.
‘मामले की जांच की जाएगी’
वहीं इस घटना को लेकर बिजनौर के सदर एसडीएम अवनीश त्यागी ने बताया कि इस युवक की मांग है कि इसकी ससुराल पक्ष की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है. वो इस पूरे मामले की जांच करेंगे और जांच के बाद जो भी सच्चाई सामने आएगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.