खुदकुशी का ड्रामा, कर्ज से बचने की चाल! अयोध्या में मिला गुरुग्राम का IT मैनेजर, लावारिस कार से खुला राज

दिल्ली से रहस्यमयी तरीके से लापता हुए एक IT प्रोफेशनल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस का कहना है कि जिस शख्स के गायब होने से खुदकुशी की आशंका जताई जा रही थी, वह असल में कर्ज के बोझ से परेशान था, इसीलिए वह लापता होकर अयोध्या में छिपा बैठा था. पुलिस ने अयोध्या के एक धर्मशाला से बरामद किया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह 42 वर्षीय शख्स गुरुग्राम स्थित एक मल्टीनेशनल IT कंपनी में मैनेजर के पद पर है.
एजेंसी के अनुसार, यह मामला तब सामने आया, जब दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के ककरोला इलाके में एक कार लावारिस और अनलॉक हालत में नाले के पास मिली. कार की स्थिति और लोकेशन देखकर पुलिस को आशंका हुई कि कहीं कार मालिक ने नाले में कूदकर आत्महत्या तो नहीं कर ली. इसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम को बुलाया गया और सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लापता व्यक्ति ने लापता होने से एक दिन पहले अपना मोबाइल फोन पूरी तरह फॉर्मेट कर दिया था. पुलिस के लिए इस केस में बड़ा सुराग था. पुलिस को शक हुआ कि मामला खुदकुशी का नहीं, बल्कि साजिश का हो सकता है. इसके बाद टेक्निकल सर्विलांस और नेटवर्क ट्रेसिंग के जरिए उसकी लोकेशन पता की गई तो अयोध्या में ट्रेस हुई. पुलिस की एक टीम ने वहां पहुंचकर उसे एक धर्मशाला से बरामद कर लिया.
पूछताछ में इस आईटी प्रोफेशनल ने बताया कि वह भारी कर्ज में डूबा हुआ था. इसी से परेशान होकर उसने ‘लापता’ होने की कहानी रची. उसका मकसद यह दिखाना था कि वह या तो मर गया है या कहीं लापता हो गया है, ताकि उस पर कर्ज का दबाव न रहे. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि क्या किसी और की इस साजिश में भूमिका थी. उसके खिलाफ कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है.