इंडो नेपाल बॉर्डर नो मैन्स लैंड पर अतिक्रमण, प्रशासन ने लिया एक्शन, ध्वस्त किया निर्माण
भारत- नेपाल बॉर्डर से जुड़ी हुई एक खबर सामने आई है. बता दें कि प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीमा पर नो मैंस लैंड पर चिन्हित अतिक्रमण को शनिवार को हटा दिया. इससे दो दिन पहले राजस्व और वन विभाग द्वारा जमीन को चिन्हित किया गया था. कार्रवाई करने के बाद प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण करने वालों को सख्त चेतावनी भी दी है. फिर से ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
खटीमा के एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एसएसबी, राजस्व, सिंचाई, वन विभाग एवं पुलिस ने संयुक्त रूप से नो मैंस लैंड से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है. क्षेत्र में ट्रैक्टर और हैरो चलाकर अवैध रूप से की गई फसल नष्ट की गई है. प्रशासन ने विभिन्न विभागों की मौजूदगी में सीमा पर स्थित मुख्य पिलर 796 से 797/2 तक तथा सब पिलरों के आसपास नो मेंस लैंड पर हुए अतिक्रमण को हटा दिया.
एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि हमने ज्वाइंट सर्वे किया गया था. जिसमें राजस्व विभाग, वन विभाग, सिंचाई विभाग, एसएसबी व पुलिस शामिल थी. भारत की तरफ जो पैच है उसे साफ कर दिया है. नेपाल की तरफ से जो अतिक्रमण हुआ है, उसके बारे में हमने नेपाल के लोगों को सूचित कर दिया है.
इसके अलावा कहा कि उचित माध्यम से हम उनको पत्राचार भी करेंगे. नेपाल के लोगों द्वारा नो मेंस लैंड में जो अतिक्रमण किया गया है, हमने उनसे कहा गया है कि 15 से 20 दिन उसे हटा ले नहीं तो कार्रवाई की जाएगी. वन विभाग की एसडीओ संचिता वर्मा ने बताया कि आज नो मेंस लैंड पर किए गए अतिक्रमण को हटाने और चिन्हीकरण का अभियान चल रहा है, इसी क्रम में आज नो मेंस लैंड पर हुए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई है. यह अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा. इससे सीमा की जगह क्लियर हो जा रही है. जो अतिक्रमण की वजह से समझ नहीं आ रही थी.