नोएडा समेत चार शहरों में कल्पतरु ग्रुप के 16 ठिकानों पर ED की रेड, मास्टरमाइंड की पत्नी के घर भी छापा
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लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने निवेशकों की एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रकम हड़पने वाले कल्पतरु समूह व उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं। इनमें अधिक संपत्ति आगरा व मथुरा में खरीदी गई जमीनें हैं। ठगी की रकम का निवेश व्यवसायिक व कृषि भूमि में किया गया था। ईडी को इनके अलावा संपत्तियों के डिजिटल दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी छानबीन की जा रही है।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी के दौरान कुल 1.02 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। इनमें सर्वाधिक 85 लाख रुपये आगरा के रियल एस्टेट कारोबार शिवम अग्रवाल के ठिकाने से मिले, जबकि प्रॉपर्टी डीलर हरेन्द्र तारकर व रामवीर तारकर के ठिकानों से लगभग 17 लाख रुपये मिले।
16 ठिकानों पर छापेमारी
ईडी की जांच में सामने आया है कि शिवम अग्रवाल ने कल्पतरु समूह की मथुरा स्थित एक बड़ी जमीन खरीदी थी। आशंका है कि जमीन खरीदने में फर्जी एथार्टी लेटर का उपयोग हुआ था। ईडी ने निवेशकों से ठगी के मामले में बुधवार को आगरा, मथुरा व नोएडा स्थित 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जो देर रात तक चली।
ईडी ने कल्पतरु बिल्डटेक के संचालक व मुख्य आरोपी स्वर्गीय जय कृष्ण सिंह राणा की पत्नी मिथलेश सिंह (वर्तमान में जेल में निरुद्ध) के नोएडा स्थित आवास के अलावा सहयोगियों, चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) व एजेंटों के ठिकानों का खंगाला।
इनमें सीए देवेन्द्र गर्ग, सुमन प्रभा शर्मा, हरेन्द्र तारकर, रामवीर तारकर, प्रखर गर्ग व शिवम अग्रवाल के ठिकानों पर खासकर छानबीन की गई। ईडी अधिकारियों के अनुसार छापेमारी में 88 अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, जो 100 करोड़ रुपये से अधिक की हैं। इनके अलावा लगभग 150 संपत्तियों के डिजिटल/इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मिले हैं, जिनकी कीमत का आकलन कराया जा रहा है।
बेनामी संपत्तियों की भी हो रही छानबीन
सूत्रों का कहना है कि ईडी के हाथ कई बेनामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी हाथ लगे हैं, जिन्हें लेकर भी छानबीन की जा रही है। मुख्य संचालक जय कृष्ण की मृत्यु के बाद उसके सहयोगियों द्वारा निवेशकों की रकम से खरीदी गईं कई कीमती संपत्तियों को बेचने का भी संदेश है। इसे लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है।
ईडी ने निवेशकों की ओर से आगरा व मथुरा में दर्ज कराए गए मुकदमों को आधार बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज अपनी जांच शुरू की थी। अब तक 74 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं, जिनमें 681 करोड़ रुपये की ठगी के तथ्य सामने आए थे। निवेशकों ने जय कृष्ण, भीखम सिंह, बिपिन कुमार यादव व अन्य के विरुद्ध मुकदमे दर्ज कराए थे।
खोली गईं थीं 50 से अधिक फर्जी कंपनियां
ईडी की जांच में सामने आया था कि जय कृष्ण ने 50 से अधिक फर्जी कंपनियों बनाई थीं। इनमें कई कंपनियों अपने कर्मचारियों व अनपढ़ रिश्तेदारों के नाम पर खोली गई थीं। निवेशकों से ठगी गई रकम का बड़ा हिस्सा फर्जी कंपनियों के माध्यम से डायवर्ट किया गया था। ईडी ने मार्च, 2023 में कल्पतरु समूह की 84 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थीं। ईडी मामले में आरोपी देवेन्द्र गर्ग, दीपक कपूरिया, मिथलेश सिंह व अन्य के विरुद्ध गाजियाबाद की विशेष कोर्ट में आरोपपत्र भी दाखिल कर चुका है।
कल्पतरु समूह ने मथुरा के ग्राम चुरमुरा फराह में सस्ती दरों पर फ्लैट उपलब्ध कराने तथा बुकिंग पर हर माह रिटर्न का झांसा देकर ठगी की थी। ईडी मामले में मथुरा की बलदेव विधानसभा सीट से भाजपा विधायक पूरन प्रकाश से भी पूछताछ की थी।