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ग्रेटर नोएडा की पॉश सोसाइटियों में मिल रहा दूषित है पानी, ई कोली वायरस के कारण सैकड़ों लोग हो गए बीमार

ग्रेटर नोएडा: बिसरख सीएचसी की टीम ने गुरुवार को दो सोसायटियों में हेल्थ कैंप लगाया था। पंचशील हाइनिश में 89 और अरिहंत आर्डेन सोसायटी में 110 लोग दूषित पानी की वजह से बीमार मिले हैं। इसके साथ सुपरटेक ईको विलेज-1 और हवेलिया वैलेंसिया सोसायटी में काफी लोग बीमार चल रहे हैं। बुधवार को आई दो सोसायटियों की जांच रिपोर्ट में पानी कोलीफ़ार्म और ई-कोली बैक्टीरिया की पुष्टि हुई है। लोगों का आरोप है कि पानी जैसी जरूरी चीज तक शुद्ध नहीं मिल रही है।

अरिहंत आर्डेन सोसायटी के एओए अध्यक्ष निशीथ चतुर्वेदी ने बताया कि ग्रेनो प्राधिकरण की तरफ से आने वाले पानी की जांच रिपोर्ट में पानी में कोलीफार्म और ई-कोली बैक्टीरिया मिला है। दूषित पानी पीने से 200 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं। परिसर में बिसरख सीएचसी ने गुरुवार को हेल्थ कैंप लगाया था। हर टावर में रह रहे परिवार में कोई न कोई व्यक्ति पेट दर्द, उल्टी, दस्त से पीड़ित है।

पंचशील हाइनिश के निवासी धीरज त्रिपाठी ने बताया कि सोसायटी में दूषित पानी की सप्लाई से बीमारी फैली है। तीन-चार दिन में उल्टी, दस्त, पेट में दर्द वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। गुरुवार को परिसर में बने पानी के यूजीआर की सफाई कराई गई है। इसमें ग्रेनो प्राधिकरण का पानी स्टोर किया जाता है, जिसका हाल बहुत बुरा था। टैंक के अंदर काफी अधिक गंदगी और मिट्टी मिली है, जोकि सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। परिसर में 100 से अधिक लोग बीमार हैं। ग्रेनो प्राधिकरण द्वारा लिए पानी के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आई है।

मरीजों को दी दवाई

बिसरख सीएचसी प्रभारी डॉ. सचिंद्र मिश्रा ने बताया कि ग्रेनो वेस्ट की अरिहंत आर्डेन सोसायटी में लगे कैंप में करीब 110 और पंचशील हाइनिश में 89 मरीज मिले हैं। इन सभी लोगों को पेट दर्द, उल्टी, दस्त और कमजोरी की शिकायत थी। दोनों कैंप में बच्चों की संख्या काफी अधिक रही है। कैंप में आने वाले लोगों को दवाई दी गई है। ग्रेनो के निम्स अस्पताल से डॉ.एसए रहमान ने बताया कि अगर पीने के पानी में ई-कोली और कोलीफॉर्म बैक्टीरिया मिलते हैं तो यह सेहत के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। इससे बचने के लिए पानी को हमेशा उबालकर या अच्छे फिल्टर से छानकर पीना चाहिए।

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