आगरा एसटीएफ ने ठगी करने वाले गैंग के सरगना समेत चार दबोचे, नकली नोट बरामद
हाथरस। एसटीएफ आगरा ने सादाबाद से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे करीब डेढ़ लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं। यह गिरोह लोगों से पैसा दोगुना करने के नाम पर ठगी करता था। बिहार के चार लोगों से ठगी की शिकायत के बाद एसटीएफ मामले में सक्रिय हुई। सादाबाद कोतवाली पर एसटीएफ आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
एसटीएफ की टीम ने सादाबाद निवासी देवेंद्र गौतम उर्फ नैना समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ को शिकायत मिल रही थी कि यह गिरोह बनाकर लोगों से ठगी करते हैं। पैसा दूना करने की बात कहकर लोगों को झांसे में फंसाते थे। वीडियो कॉल पर दूर-दराज के लोगों को जाली नोटों से भरा बक्सा दिखा देते थे। यह जाली नोट प्रिंटर से निकाले हुए हैं, जो कि दूर से असली प्रतीत होते थे। लालच में आकर पैसा लेकर आने वाले लोगों से यह रुपये छीन लेते थे।
बिहार के लोगों को ठगा
ऐसा ही मामला बिहार के लोगों के साथ हुआ। उनसे शातिरों ने चार लाख रुपये ठग लिए। बिहार से रुपये लेकर आए लोगों को गिरोह के सदस्यों ने पकड़ लिया और खुद को एसटीएफ बताते हुए उनसे रुपये छीन लिए। इन शातिरों ने बिहार से आए लोगों को धमकाया कि वह अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर भी कर चुके है। बुधवार को आगरा की टीम ने सादाबाद में देवेंद्र गौतम उर्फ नैना समेत चार लोगों को दबोच लिया।
देवेंद्र की पत्नी है प्रधान
देवेंद्र गौतम की पत्नी वर्तमान में सहपऊ ब्लाक के गांव जरीपुरा की प्रधान है। नैना से जाली नोट बरामद हुए हैं।एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि एफटीएफ ने चार लोगों को पकड़ा है। यह लोग नकली नोट दिखाकर लोगों से ठगी करते थे। नोट एक तरफ प्रिंट हैं दूसरी तरफ सफेद हैं। पकड़े गए चारों लोगों से पूछताछ की जा रही है।
फेक करंसी बनाने वाले दो गिरफ्तार
इससे पहले आगरा के एत्मादपुर में पुलिस ने नकली नोट छापने की सूचना पर गांव नगला लाले में छापा मारा और नकली नोट छापने की सामिग्री व मशीनों सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। वहीं, एक आरोपी फरार हो गया। मुखबिर की सूचना पर इंस्पेक्टर विजय विक्रम सिंह के निर्देश में पुलिस टीम ने नगला लाले के सुभाष के घर में भारतीय करेंसी के नकली नोट बनाने की सूचना पर छापा मारकर दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर विजय विक्रम सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी तेजेन्द्र ने बताया प्रिंटर, लैपटॉप, स्कैनर, हीट एम्बोजिंग मशीन, वाटर फ्रेम सेटअप की मदद से सुभाष के घर नकली नोट छापते थे, जिसमे 500 -500 के नोट उनका साथी बिट्टू फिरोजाबाद के देहात में चलाता था। उन्होंने नकली नोट छापने का तरीका यूट्यूब वीडियो से सीखा था।