अलीगढ़ में अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर बवाल, पुलिस पर हुआ पथराव; गाड़ियों में की गई आगजनी… भारी फोर्स तैनात
अलीगढ़: थाना रोरावर क्षेत्र के ग्राम इब्राहिम भीमपुर में ग्राम समाज की भूमि पर स्थापित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा और मंदिर निर्माण को लेकर विवाद मंगलवार देर शाम हिंसक हो गया.
प्रशासन द्वारा प्रतिमा और मंदिर निर्माण कार्य हटाए जाने के दौरान ग्रामीणों ने विरोध करते हुए पथराव और आगजनी की. इस पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. जबकि चार मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया. घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जानकारी के मुताबिक, 26-27 जनवरी की रात जाटव समाज के कुछ ग्रामीणों ने ग्राम समाज की भूमि पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी थी. इसी दौरान दूसरे पक्ष ने इसी भूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया. प्रशासन ने इस अतिक्रमण को अवैध मानते हुए कार्रवाई का निर्णय लिया. इसके बाद मंगलवार को शाम करीब 7 बजे पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर प्रतिमा और निर्माण हटाना शुरू किया.
मूर्ति हटाते ही भड़के ग्रामीणः प्रशासनिक दल ने अंबेडकर प्रतिमा को हटाने की प्रक्रिया शुरू की तो ग्रामीणों ने विरोध किया. विरोध के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक दल पर पथराव कर दिया. पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया. स्थिति और बिगड़ने के दौरान चार मोटरसाइकिलों को भी आग के हवाले कर दिया गया. घटना के बाद तत्काल प्रभाव से एसएसपी संजीव सुमन और जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने पथराव और आगजनी में शामिल शरारती तत्वों की पहचान शुरू कर दी है. ग्राम प्रधान, उनके पति और पूर्व प्रधान को हिरासत में ले लिया गया है.
असामाजिक तत्वों ने स्थिति बिगाड़ने की कोशिश कीः एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि ग्राम समाज की भूमि पर दोनों पक्षों ने अवैध रूप से अतिक्रमण किया था. अंबेडकर की प्रतिमा और मंदिर निर्माण कार्य दोनों ही नियमों के विरुद्ध थे. प्रशासन ने इस मामले में दोनों पक्षों के साथ वार्ता की थी और अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था. लेकिन मंगलवार को प्रतिमा हटाने के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव कर स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश की. एसएसपी ने बताया कि पथराव और हिंसा लगभग 15 मिनट तक चला. प्रशासन ने स्थिति पर जल्द ही काबू पा लिया. घटना के बाद गांव में शांति बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. दोनों पक्षों से वार्ता के दौरान स्पष्ट किया गया है कि ग्राम समाज की भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नियम विरुद्ध है. प्रतिमा हटाए जाने को लेकर जाटव समाज में गहरा रोष है. प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है. पथराव में घायल पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है. प्रशासन ने घटना में हुए नुकसान का आंकलन शुरू कर दिया है. जले हुए वाहनों और क्षतिग्रस्त पुलिस वाहनों का विवरण तैयार किया जा रहा है.