
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। अब बॉर्डर की तनावपूर्ण स्थिति के बीच खबर आ रही है कि इसका असर सिनेमा जगत में भी देखने को मिलने वाला है।
बता दें कि 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले की कहानी को पर्दे पर उतारने के लिए 15 बॉलीवुड स्टूडियो और फिल्ममेकर ऑपरेशन सिंदूर टाइटल रजिस्टर करने की होड़ में जुट गए हैं।
यह ऑपरेशन पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। बॉलीवुड अब इस ऐतिहासिक घटना को सिनेमाई रूप देने की तैयारी में है।
टाइटल की रेस में कौन-कौन?
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार, महावीर जैन की कंपनी ने सबसे पहले ऑपरेशन सिंदूर टाइटल रजिस्टर करवाया था।
इसके बाद टी-सीरीज, जी स्टूडियो, और निर्देशक मधुर भंडारकर व अशोक पंडित जैसे फिल्ममेकर भी इस दौड़ में शामिल हो गए।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) के अध्यक्ष बी.एन. तिवारी ने बताया कि 15 से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं, और जल्द ही टाइटल का फैसला होगा।
यह रेस बॉलीवुड की उस परंपरा को दर्शाती है, जहां देशभक्ति और सैन्य कार्रवाइयों पर आधारित फिल्में जैसे उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक और शेरशाह दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को रात में शुरू हुआ था और 25 मिनट तक चला, जिसमें 24 मिसाइलों से नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया।
इनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के ठिकाने शामिल थे। हमले में 70 आतंकवादी मारे गए और 60 घायल हुए।
भारत ने साफ किया कि यह हमला सटीक और गैर-उत्तेजक था, जिसमें पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया।
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए उस आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। इसके पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था।
बॉलीवुड का उत्साह और सिनेमाई संभावनाएं
बॉलीवुड में इस ऑपरेशन पर फिल्म बनाने का उत्साह चरम पर है। मधुर भंडारकर जैसे निर्देशक इसे देशभक्ति और मानवीय कहानी का मिश्रण बनाना चाहते हैं।
बॉर्डर (1997) और राजी (2018) जैसी फिल्मों की सफलता को देखते हुए, निर्माता मानते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर भी दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच सकता है। सोशल मीडिया पर भी इस खबर ने हलचल मचा दी है। लोग इस कदम पर कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।